शहबाज, कोई पानी तक नहीं पुछा!” SCO में Modi-Putin निकले सुपरस्टार

Saima Siddiqui
Saima Siddiqui

2025 के SCO Summit में कुछ ऐसा हुआ जिसने सोशल मीडिया पर मीमर्स की ईद बना दी है! भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जब शिखर सम्मेलन के हॉल में मिले, तो ऐसा लगा मानो दो पुराने यार मिल रहे हों। दोनों ने हाथ मिलाया, गर्मजोशी से बातचीत की और फिर चलते बने — सीधे मंच की ओर।

लेकिन उसी वक्त, एक कोने में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ खड़े थे — शांत, संयमित और… थोड़े ठगे से।

Modi और Putin की कैमिस्ट्री बनी शो का स्टार

PM मोदी और पुतिन के बीच जो body language दिखी, उसने एक बात साफ कर दी — भारत और रूस की दोस्ती अभी भी solid है। दोनों एक-दूसरे से बातों में इतने मशगूल थे कि पास खड़े किसी और पर ध्यान ही नहीं गया। और दुर्भाग्य से, वही “कोई और” थे शहबाज शरीफ।

शहबाज का “awkward moment” हुआ वायरल

जैसे ही मोदी और पुतिन उनके सामने से निकले, शहबाज शरीफ बस टकटकी लगाकर उन्हें जाते हुए देखते रह गए। न कोई ग्रीटिंग, न कोई eye contact — बस एक “घोस्ट ट्रीटमेंट” जैसा सीन।

इस पूरे वाकये का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें शहबाज शरीफ हाथ पीछे बांधे, चेहरे पर हल्की मुस्कान और अंदर से थोड़ा सा disappointment लिए खड़े दिख रहे हैं।

सोशल मीडिया पर ट्रोल आर्मी एक्टिव!

ट्विटर (अब X) और इंस्टाग्राम पर इस वीडियो पर मीम्स की बाढ़ आ गई है:

  • Modi-Putin: दोस्ती में दम

  • शहबाज भाई, बिन बुलाए मेहमान बन के क्यों आए?

  • पानी तक नहीं पुछा गया, Sadge moment

डिप्लोमैटिक मैसेज या Coincidence?

इस घटना को लेकर एक्सपर्ट्स दो खेमों में बंट गए हैं। कुछ इसे एक कूटनीतिक संकेत मान रहे हैं — खासकर पाकिस्तान की गिरती अंतरराष्ट्रीय साख को लेकर। वहीं कुछ का कहना है कि ये महज एक coincidence हो सकता है।

लेकिन मीडिया कैमरे और पब्लिक परसेप्शन में जो दिख गया, वह अब हकीकत बन चुका है — शहबाज शरीफ को SCO में नजरअंदाज कर दिया गया।

SCO Family Photo में भी दिखी दूरी

जब सभी नेता मंच पर पारिवारिक फोटो के लिए खड़े हुए, तब भी शहबाज शरीफ और मोदी-पुतिन के बीच स्पेस और साइलेंस साफ दिखाई दी। जैसे कोई कह रहा हो — “तू दूर ही अच्छा है!”

शिखर साइडलाइन?

जहां भारत और रूस के रिश्ते एक बार फिर headlines में हैं, वहीं पाकिस्तान को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर low-key embarrassment का सामना करना पड़ा।

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